Independence Day 2025 – भारत की आज़ादी से जुड़ी कुछ अनसुनी और दिलचस्प बातें |
हर साल 15 अगस्त आता है, हम झंडा फहराते हैं, गाते हैं जन गण मन, मिठाइयाँ बंटती हैं, स्कूल-कॉलेज में भाषण होते हैं।
लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आज़ादी की तारीख 15 अगस्त ही क्यों रखी गई थी? – हर साल 15 अगस्त को ही क्यों स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2025) मनाया जाता है
क्योंकि 15 अगस्त 1947 को भारत को अंग्रेजों के शासन से आजादी मिली थी. इस दिन हमारा भारत देश आजाद हुआ था अंग्रेजों के शासन से इसलिए आज के दिन हम Independence Day बनाते है इस दिन पूरे देश में उत्साह और जश्न का माहौल होता है और यही कारण है कि 15 अगस्त का दिन हर किसी के लिए बेहद खास है.

“15 अगस्त 1947” (शुक्रवार) स्वतंत्रता दिवस गुंबदों और मीनारों से सजी एक दीवार पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। दिल्ली के लाल किले पर फहराया गया भारत का ध्वज; स्वतंत्रता दिवस पर फहराए गए झंडे एक आम दृश्य हैं। भारत द्वारा मनाया जाता है
Independence Day 2025 महत्व: भारत की स्वतंत्रता का स्मरण उत्सव: ध्वजारोहण, परेड, आतिशबाजी, देशभक्ति गीत गायन और राष्ट्रगान “जन गण मन”, भारत के प्रधानमंत्री और भारत के राष्ट्रपति का भाषण दिनांक: 15 अगस्त अगली बार: 15 अगस्त 2026 को होगा।
Independence Day 2025 आवृत्ति: वार्षिक पहली बार: 15 अगस्त 1947 (78 वर्ष पूर्व) गणतंत्र दिवस से संबंधित आधुनिक संबंधित लेख vte स्वतंत्रता दिवस भारत में प्रतिवर्ष 15 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाता है, जो 15 अगस्त 1947 को यूनाइटेड किंगडम से राष्ट्र की स्वतंत्रता के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
इसी दिन भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 लागू हुआ भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा चलाए गए अहिंसक प्रतिरोध और सविनय अवज्ञा आंदोलन के बाद स्वतंत्रता प्राप्त की।

मेरे शहर की 15 अगस्त: छोटे कस्बे की बड़ी भावना
मैं उत्तर भारत के एक छोटे से शहर से हूं। हमारे यहां 15 अगस्त पर सरकारी स्कूलों और नगर परिषद के प्रांगण में झंडारोहण होता है। लेकिन असली जज़्बा मोहल्लों में देखने को मिलता है।
छतों पर तिरंगे फहराए जाते हैं, गली के बच्चे देशभक्ति के गानों पर नाचते हैं, और महिलाएं सफेद-संतरी-हरे रंग की साड़ियां पहनकर फोटो खिंचवाती हैं। एक मोहल्ले में तो हर साल “स्वतंत्रता दिवस पर निबंध प्रतियोगिता” भी होती है — जिसमें दादी-नानी से लेकर पोती-पोते तक हिस्सा लेते हैं।
कभी-कभी लगता है, यही तो असली Independence Day in Hindi का मतलब है — अपनेपन का जश्न।

🏰 पहला झंडा लाल किले पर नहीं फहराया गया था
हैरानी की बात है कि 15 अगस्त 1947 को लाल किले पर झंडा नहीं फहराया गया था। नेहरू ने वो किया 16 अगस्त को। लोकसभा के एक शोध में ये बात सामने आई है।
लेकिन श्री नरेंद्र मोदी जी, जो की हमारे प्रधान मंत्री है बो इस बार लाल किले पर झंडा लहरायेंगे ।
Independence Day 2025 : अबकी बार कुछ नया करें
इस साल Independence Day 2025, क्यों ना हम सिर्फ सोशल मीडिया पोस्ट डालने तक सीमित ना रहें?
- किसी गरीब बच्चे को तिरंगा गिफ्ट करें
- देश की साफ-सफाई में योगदान दें
- किसी बुजुर्ग स्वतंत्रता सेनानी से उनकी कहानी सुनें
- और सबसे ज़रूरी — देश के लिए कुछ करें, कोई भी छोटा सा काम जिससे किसी को मदद मिले
आपका भारत, मेरा भारत — हम सबका भारत।
इस Indian Independence Day 2025, आइए सिर्फ तिरंगे को नहीं, अपने अंदर के भारत को भी ऊंचा उठाएं।
जय हिंद ! जय भारत !
अंत में… Independence Day 2025
हमारे लिए 15 अगस्त कोई कैलेंडर की तारीख नहीं, बल्कि किसी माँ के इंतज़ार की तरह है, जो अपने बच्चों को आखिरकार खुली हवा में साँस लेते देखती है।
इस साल जब तिरंगा फहराओ—एक बार ख़ामोशी से सोचो, वो क्या-क्या झेला होगा जिसने ये आज़ादी दिलाई है।