आज धरती से एक मील से अधिक लंबा एक एस्टेेरॉइड (उल्कां पिंड), दिखने में है बिलकुल मास्क जैसा बुधवार को पृथ्वी के पास से निकलने वाला है

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आज धरती से एक मील से अधिक लंबा एक एस्‍टेरॉइड (उल्‍का पिंड), दिखने में है बिलकुल मास्क जैसा बुधवार को पृथ्वी के पास से निकलने वाला है

इसको लेकर लोगों में दहशत पैदा हो गई है कि क्या यह धरती से टकराएगा या इससे कोई प्रलय आने वाला है. सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर खूब बातें हो रही हैं.

 आर्य भट्ट प्रेक्षण विज्ञान एवं शोध संस्थान (एरीज) के वरिष्ठ खगोल वैज्ञानिक डॉ. शशि भूषण पांडे के अनुसार बुधवार को पृथ्वी के करीब से गुजरने वाले उल्कापिंड की प्रक्रिया एक खगोलीय घटना है.

इस उल्कापिंड का नाम 1998 आरओ2 ( 1998 RO2 ) है. यह उल्कापिंड आज यानी बुधवार को पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी के 16 गुना अधिक दूरी से गुजरेगा.

प्रो. पांडे के अनुसार इससे पहले भी ऐसी स्थिति बनी है. अप्रैल 2017 में पृथ्वी के काफी नजदीक से एक उल्कापिंड गुजर चुका है.

इसलिए इसमें घबराने की जरूरत नहीं है. हालांकि इस बार गुजरने वाला उल्कापिंड काफी दूर से गुजर रहा है. उन्होंने बताया कि इसके पृथ्वी से टकराने की बिलकुल भी संभावना नहीं है.

अगली बार यह उल्कापिंड 2079 में पृथ्वी से नजदीक से गुजरेगा और तब इसकी दूरी चांद और धरती के बीच के फासले का चार गुना होगा. 

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