मोदक महाराष्ट्र में बहुत मशहूर है और यह खासकर गणेश चतुर्थी के शुभ त्यौहार पर बनाई जाती है। पांरपंरिक रूप से यह इस त्यौहार के अवसर पर बनाई जाने वाली स्वीट रेसिपी है, इसमें नारियल और गुड़ का फ्लेवर इसे बहुत ही स्वादिष्ट बनाता है। और इसका स्वाद बहुत ही मनलुभावन होता है जिसे हम प्रसाद के रूप में वितरित कर सकते है .
Ingredients
- मैदा एक कप
- सूखा नारियल कद्दूकस किया हुआ 3 चम्मच
- किसमिस 7 से 8
- काजू 4 पीस
- देसी घी एक चौथाई चम्मच
- गुड़ 3 चम्मच
- पानी जरूरत के अनुसार
आईये जाने मोदक बनाने का तरीका –
मैदा का मोदक बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में हम मैदा को ले लेंगे. फिर उसमें थोड़ा थोड़ा पानी डालकर मुलायम आटा गूंध लेंगे. अब मैदा को ढककर 15 मिनट के लिए रख देंगे. तब तक हम मोदक में भरने के लिए मिश्रण तैयार करेगें.
जिसके लिए हम सबसे पहले सूखा नारियल को कद्दूकस कर लेंगे और यह किनारे रखेंगे.फिर काजू , काट लेंगे. गुड़ को तोड़कर टुकड़ों में कर लेंगे. अब कढ़ाई को गैस पर गर्म होने के लिए रख देंगे.
जब कढ़ाई गरम हो जाए तब इसमें एक चौथाई चम्मच देसी घी डालेंगे.
फिर उसके बाद इसमें कद्दूकस किया हुआ नारियल, बदाम, काजू, किसमिस, और खसखस मिलाकर 1 मिनट तक चला कर भूनेगे. फिर उसके बाद अब गुड़ डालकर चलाते रहेंगे ताकि गुड़ अच्छे से पिघल जाए.
अगर जरूरत पड़े तो हम एक चम्मच पानी डालेंगे जिससे कि वह आसानी से पिघल जाएगा और चलाते रहेंगे. ताकि गुड़ तले में चिपके नहीं, अब अगर मिश्रण सूख गया हो तो गैस को बंद कर देंगे.
जब मिश्रण थोड़ा ठंडा हो जाए तब तक हम अब एक बर्तन में तीन गिलास पानी डाल कर उबलने के लिए गैस पर रख देंगे जब पानी अच्छी तरीके से गरम हो जाए तो गैस को धीमा कर देंगे. जब तक हम मैदा को लेंगे और छोटी छोटी लोई बनाकर पूरी बेल कर तैयार कर लेंगे.
भरावन के लिए तैयार किया हुआ मिश्रण एक एक करके सभी पूरियों में थोड़ा-थोड़ा भर देंगे इतने मिश्रण में कम से कम 5 मोदक बनकर तैयार हो जाएंगे. अब हम पूरी में मिश्रण डालकर चारों तरफ से कोनों को दबा देंगे और ऊपर की तरफ मोड़ कर मोदक के आकार का तैयार कर लेंगे.
अब गरम किए हुए पानी में इन मोदकों को डालकर कम से कम 5 मिनट तक तेज़ आंच पर उबलने देंगे या तो जब तक की सारे मोदक ऊपर ना आ जाए तब तक उबलने देंगे.
यह प्रोसेस कम से कम 5 से 7 मिनट में हो जाएगा अब हमारे गरमागरम मोदक बनकर तैयार हो चुके हैं इसे हम भगवान गणेश को अर्पित कर सकते हैं और प्रसाद के तौर पर सब लोगों में बांट सकते हैं.