Dawood Ibrahim News: क्या मर गया दाउद इब्राहिम ?
भारत और पाकिस्तान में राजनीतिक प्रतिष्ठान, खुफिया विभाग और मीडिया में सोमवार सुबह से अटकलें हैं कि भगोड़े आतंकवादी दाऊद इब्राहिम कास्कर को 26 दिसंबर को उसके 68वें जन्मदिन से लगभग एक सप्ताह पहले कथित तौर पर कराची के एक अस्पताल में जहर दिया गया है और उसकी हालत गंभीर है. वहीं न्यूज 18 को फोनो इंटरव्यू में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के सबसे करीबी डॉन छोटा शकील ने इस खबर पर का खंडन किया है.
छोटा शकील ने बताया है कि दाऊद एकदम फिट है और यह खबर बिल्कुल फेक न्यूज है. ये हर साल कोई न कोई कहानी करते रहते है. कभी डिपार्टमेंट वाले और कभी सोशल मीडिया वाले यह फेक न्यूज फैलाते हैं. शकील ने कहा है कि हम सब को पता है कि यह फेक न्यूज है.
शकील ने कहा कि दाउद हर साल जन्मदिन मनाता है और धूमधाम से अच्छे से जन्मदिन मनाता है. इसमें कोई शक नहीं और इस बार भी बिल्कुल जन्मदिन मनाएगे. शकील ने कहा कि यह फेक न्यूज कहां से वायरल हुई है इसकी जांच करें.
उसने कहा कि हर चीज हम नहीं बता सकते कि हम क्या कर रहे है? शकील ने कहा कि दाउद एकदम फिट है, शुक्र रहमतुल्लाह. हमारे सारे विरोधी और दुश्मन खत्म हो गए है.
आपको बता दें कि सबसे पहले चर्चा रविवार शाम को मुंबई में शुरू हुई, लेकिन पुलिस और खुफिया हलकों ने ऐसी किसी भी बात से इनकार किया, हालांकि उन्होंने आश्वासन दिया कि पड़ोसी देश से आने वाली इस तरह की सभी प्रकार की रिपोर्टों पर लगातार नजर रखी जा रही थी.
सोमवार की सुबह, पाकिस्तान के कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया कि रविवार को दाउद के कराची के एक अस्पताल में भर्ती होने की रिपोर्ट आने के बाद इंटरनेट, फेसबुक, एक्स आदि कथित तौर पर बंद हो गए.
मुंबई और नई दिल्ली में पुलिस और खुफिया अधिकारियों ने अब तक स्थिति पर चुप्पी साध रखी थी और दावा किया है कि ऐसी कई रिपोर्टें हैं, जो नियमित रूप से सामने आती रहती हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर झूठी अफवाहें हैं.
मोस्ट वांटेड आतंकवादी माने जाने वाले दाउद पर भारत मुंबई और अन्य जगहों पर कई अपराधों, आतंकवादी कृत्यों, नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल होने का आरोप है.
जिन प्रमुख मामलों में भारत उसे चाहता है, उनमें 12 मार्च, 1993 का मुंबई सिलसिलेवार विस्फोट शामिल है – जिसे भारत में अब तक का सबसे भयानक आतंकवादी हमला माना जाता है. इसमें 267 लोग मारे गए थे.
महाराष्ट्र पुलिस को उसके गिरफ्तार भाइयों के बयानों के अनुसार, लगभग सात साल पहले इसकी पुष्टि हुई थी कि दाऊद कराची का स्थायी निवासी हो गया है, जो उच्च सुरक्षा के बीच पॉश सदर उपनगर में एक आलीशान बंगले में रहता था.
हालांकि, वह कुछ वर्षों से अवसाद में था, जब उसका एकमात्र बेटा मोइन नवाज (37) ने मौलाना-सह-उपदेशक बनने के लिए आध्यात्मिकता का जीवन चुना, इससे उनके कुख्यात पिता दाऊद के साम्राज्य और विरासत पर सवालिया निशान लग गए।