राम नवमी हिन्दू धर्म का पावन पर्व है। यह मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव है। भगवान श्रीराम का जन्म त्रेतायुग में चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था और इस साल यह तिथि 17 अप्रैल को पड़ रही है। राम नवमी पर्व सनातन परंपरा का बड़ा उत्सव है। इस दिन भगवान राम की विशेष पूजा- अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री राम की कृपा से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।
अयोध्या, रामेश्वरम और सीतामढ़ी बिहार में इस दिन विशेष आयोजन किए जाते हैं, लेकिन इस बार कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण सभी धार्मिक स्थल बंद है। भगवान राम ने अपने चौदह साल का वनवास किया था और इस दौरान उन्होंने रावण को मारकर धर्म की स्थापना की थी। माना जाता है इस दिन उपवास रखने से जीवन में सभी प्रकार की सुख और समृद्धि आती है।
राम नवमी शुभ मुहूर्त 2024
- नवमी तिथि प्रारम्भ – 16 अप्रैल 2024 को दोपहर 01 बजकर 23 मिनट से आरंभ होगी
- नवमी तिथि समाप्त – 17 अप्रैल 2024 को दोपहर 03 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी
- पूजा मुहूर्त – 17 अप्रैल 2024 को सुबह 11 बजकर 10 मिनट से 01 बजकर 43 मिनट तक
- अवधि – 02 घंटे 33 मिनट
- विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 34 मिनट से 03 बजकर 24 मिनट तक।
- गोधूलि मुहूर्त – शाम 06 बजकर 47 मिनट से 07 बजकर 09 मिनट तक।
- रवि योग – पूरे दिन रहेगा।
राम नवमी पूजा विधि
रामन नवमी का पर्व विशेष माना गया है। इसलिए इस दिन पूजा में नियमों का विशेष ध्यान रखें। 17 अप्रैल को प्रात: काल सूर्य निकलने से पूर्व उठना चाहिए और स्नान करने के बाद व्रत और पूजा की क्रिया आरंभ करनी चाहिए। मंदिर में भगवान की मूर्ति के सामने घी का दीपक जलाएं। सभी देवी देवताओं का स्मरण करना चाहिए और आर्शीवाद प्राप्त करना चाहिए। भगवान राम को पुष्प अर्पित कर मिष्ठान और फल का भोग लगाना चाहिए। पूजा समाप्त करने से पूर्व आरती करें।