खतरनाक smog स्मॉग हुआ शुरू कैसे करें खुद और परिवार का बचाव
खतरनाक smog स्मॉग हुआ शुरू कैसे करें खुद और परिवार का बचाव ,बच्चे-बूढ़ों का रखें ज्यादा ध्यान
smog स्मॉग है क्या?
गाड़ियों और फैक्ट्रियों से निकलने वाली खतरनाक गैस, धुएं और कोहरे के मेल से स्मॉग बनता है। स्मॉग का असर हवा में कई दिनों तक हो सकता है। तेज हवा चलने या बारिश के बाद ही स्मॉग का असर खत्म होता है।
- smog स्मॉग वो ज़हर है जो किसी को भी बहुत बीमार बना सकता है। स्मॉग गाड़ियों और फैक्टरियों से निकले धुएं में मौजूद राख, सल्फर, नाइट्रोजन, कार्बन डाई ऑक्साइड और अन्य खतरनाक गैसें जब कोहरे के संपर्क में आती हैं तो स्मॉग बनता है। जो कि ककई दिनों तक रहता है। यह गर्मियों में गर्मी की वजह से उठ जाता है।
- smog इन दिनों दिल्ली-एनसीआर में होने वाले प्रदूषण से आम जन-मानस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लगातार बढ़ रहे प्रदूषण से हवा बहुत जहरीली हो गई है।स्मॉग
- smog इन बातों का ध्यान रखते हुए आप जानलेवा एयरलॉक की स्थिति से निपट सकते हैं। आने वाले 4-5 दिनों में स्मॉग की ऐसी ही स्थिति रहेगी इस स्थिति से निपटने के लिए ये तरीके अपनाएं।
- smog स्मॉग का लेवल इतना बढ़ चुका है कि लोगों ने इसके लिए हर तरीके आजमाना शुरू कर दिया है. सुरक्षा के लिए लोग कम ही घर से बाहर निकल रहे हैं. जो लोग निकल भी रहे हैं वे मास्क या फिर अपनी कार से ही बाहर जा रहे हैं. लेकिन जो लोग एक्सरसाइज करते हैं वे एक दिन भी इसे मिस नहीं करना चाहते हैं.
smog ऐसे करें बचाव
- आपको कोई बीमारी न भी हो फिर भी इन दिनों बाहर कम निकलें
- मजबूरी में निकलना पड़ रहा है तो मास्क लगाना न भूलें
- सुबह-सुबह निकलने की बजाय धूप निकलने के बाद घर से निकलें
शरीर के भीतर जा रहा है 40 सिगरेट के बराबर धुआं
दिल्ली और एनसीआर में धुंध की मोटी परत छाई है. सांस के साथ शरीर में प्रवेश करने वाले प्रदूषण तत्व खतरनाक स्तर पर पहुंच गए हैं. जानकार बताते हैं कि इस समय दिल्ली में सांस लेने पर दिन भर में 40 सिगरेट के बराबर धुआं शरीर के भीतर जा रहा है. यानी दिल्ली में रोजाना हर शख्स 40 सिगरेट पी रहा है.
बच्चों में ये लक्षण दिखें तो डॉक्टर के पास जाएं
- लगातार खांसी
- सांस लेने में दिक्कत
- नाक, गले और आंख में दर्द
- आंखों में जलन और उनका लाल होना
- बार-बार छींक आना
- लगातार नाक में पानी आना
बच्चों को ऐसे बचाएं smog प्रदूषण से
- बच्चों को घर से बाहर पार्क आदि में ले जाने से बचें।
- मेन रोड या व्यस्त सड़कों पर बच्चे को ले जाने से बचें।
- अस्थमा या अन्य अलर्जी की दवा के लिए डॉक्टरी सलाह पर दवा देते रहें।
- यदि बच्चा बीमार पड़ता है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- बच्चे के कमरे के खिड़की-दरवाजे दिन में कई बार 5-10 मिनट के लिए खोलते रहें।
- ध्यान दें कि बच्चे के आसपास कोई स्मोक न करे।
बढ़ते smog प्रदूषण से कैसे बचा जाए
गाड़ियों से निकलने वाला धुआं सुबह होते ही आसपास छाने लगता है. इसके शिकार वो लोग होते हैं जो बस या बाइक से सफर करते हैं. सरकार को इसके लिए गाड़ियों से निकलने वाले धुएं पर कंट्रोल करना होगा. लेकिन जब तक ऐसा नहीं होता उन रास्तों से गुजरने से बचें जहां हेवी ट्रैफिक होता है. दूसरे रूट पर वक्त ज्यादा लग सकता है लेकिन सेहत पर बुरा असर कम पड़ेगा.
गूगल मैप का सहारा लें और लाल रंग दिखे तो ऐसे रास्तों से निकलने से बचें
अच्छी क्वॉलिटी के मास्क पहनकर ही ऐसे इलाकों से गुजरें smog
फॉग घटते तापमान और बढ़ते स्मोक की वजह से फॉग बड़ी मुश्किल खड़ी करता है. इससे सांस लेने में दिक्कत होती है और बीमार के साथ स्वस्थ लोगों को भी तकलीफ हो सकती है.
कैसे बचें smog
फॉग अक्सर सुबह या रात के वक्त ही होता है. इस वक्त बाहर निकलने से बचें और निकलना पड़े तो मास्क लगा लें. जिन दिनों में धूप नहीं होती फॉग का ज्यादा असर रहता है इसलिए सवाधानी बरतें. दमे के मरीज इनहेलर लेकर निकलें.
स्मॉग smog
स्मॉग शब्द स्मोक और फॉग से मिल कर बना है. मतलब वातावरण में मौजूद धुंआ कोहरे के साथ मिलकर स्मॉग कहलाता है जिसे धुंध कहते हैं. गर्मी में तो स्मोक आसमान में चला जाता है लेकिन ठंड में ऐसा नहीं होता इसलिए धुएं और धुंध का जहरीला मिक्सचर तैयार हो जाता है जो स्मोक और फॉग से ज्यादा खतरनाक होता है.. इन दिनों स्मॉग ही हवा में है.
दिल्ली में स्मॉग के लिए सिर्फ पंजाब में पराली दहन जिम्मेदार
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले समेत आसपास के इलाके में स्मॉग के लिए पंजाब की पराली (parli) को अधिक जिम्मेदार माना जा रहा है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के मॉडरेट रेजोल्युशन इमेजिंग स्पेक्ट्रोरेडिओ मीटर का कुछ इसी तरह का आकलन है। एक्वा सेटेलाइट के जरिए खींची गई तस्वीरों में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में स्मॉग के लिए पंजाब में जल रही पराली को बड़़ा कारण माना गया है, जबकि हरियाणा को क्लीन चिट दी गई है।
नासा के मॉडरेट रेजोल्युशन इमेजिंग स्पेक्ट्रोरेडिओ मीटर के मुताबिक, हरियाणा में कहीं खास ज्यादा पराली नहीं जल रही, जबकि हकीकत यह है कि हरियाणा के किसान भी पराली जला रहे हैं। अंतर सिर्फ इतना है कि पंजाब में हरियाणा की अपेक्षा पांच गुणा अधिक मात्रा में पराली जलाई जा रही है, जो हवा के रुख के चलते दिल्ली की तरफ बढ़ रही है और इसके धुएं से लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है।
smog कैसे बचें
बीमार हों या स्वस्थ, बाहर निकलने से बचें. यदि आप सुबह मॉनिंग वॉक पर या फिर किसी अन्य काम से घर से बाहर निकलते थे, तो अब ऐसा करना थोड़ा कम कर दें। आप चाहें तो घर पर ही व्यायाम कर सकते हैं और प्रदूषित हवा से बच सकते हैं। बाहर जाने का प्रोग्राम तभी बनाएं जब ओजोन का स्तर कम हो।
अपने आप को ढंक कर रखें वायु प्रदूषण हमारी स्किन के लिये काफी नुकसानदायक है। इसलिये जब भी घर से बाहर निकले तो पूरे शरीर को ढंक कर निकलें। इसके बाद अगर घर वापस आएं तो नहाएं जरुर।smog
निकलना पड़े तो मास्क लगा लें.
सुबह 5-6 बजे टहलने की बजाए 8 बजे वॉक पर जाएं.
दिन में चार लीटर तक पानी पीएं.
प्यास लगने का इंतजार न करें. इससे शरीर में ऑक्सीजनन की सप्लाई बनी रहेगी.
ज्यादा तकलीफ होने पर डॉक्टर से संपर्क करें.smog
बाइक पर बच्चों को लेकर न जाएं.
कार से सफर के दौरान शीशे बंद रखें.
धूप निकलने के बाद ही घर से बाहर निकलें.
बाइक की बजाय एसी बस या मेट्रो में सफर करें.
व्यायाम की बजाय योग-प्राणायाम करें.
स्मॉग से बचने के लिए यह खाएं smog
- तुलसी और अदरक की चाय पिएं
- खाना बनाने के लिये जैतून के तेल का प्रयोग करें
- ओटमील जरुर खाएं
- नीम का प्रयोग करें
- शहद से अपनी इम्यूनिटी बढाएं
- हल्दी वाला दूध पिएं
- लहसुन का प्रयोग करे
- सिट्रस फलों को डाइट मे शामिल करें
खतरनाक स्मॉग में एक्सरसाइज नहीं योगा से रहें फिट, बच्चों के साथ खेलें इनडोर गेम्स
एक्सरसाइज की जगह करें योगाsmog
जरूरी नहीं है कि फिजिकल एक्सरसाइज से ही आप फिट रह सकते हैं. आप इसके लिए योगा को भी अपना सकते हैं. शरीर के हर हिस्से के लिए योगासन हैं. जिन्हें आराम से घर के आंगन में या फिर अंदर ही किया जा सकता है. अपनी पूरी फैमिली को योगा करने की सलाह दें. इससे आप जहां एक तरफ फिट रहेंगे वहीं स्मॉग के खतरे से भी खुद को बचाए रखेंगे.smog
ऐसे मौसम में बच्चों के लिए भी बाहर जाना काफी खतरनाक हो सकता है, इसीलिए जितना हो सके उन्हें इनडोर गेम्स खेलने के लिए कहें. बच्चे बाहर जाने की जिद जरूर करते हैं, लेकिन आप उनके साथ खुद कोई नया गेम खेलकर उन्हें घर में रहने के लिए मना सकते हैं. ऐसा करने से बच्चे खतरनाक हवा के संपर्क में आने से बचेंगे.smog