Ghee – आइये जाने घी सेहत के लिए कितना फायदेमंद है घी से जुड़े कुछ तथ्य
हम सभी यह अच्छी तरह से जानते हैं कि, दूध की मलाई को गर्म कर घी (Ghee) बनाया जाता है। इस घी में सेचुरेटेड (संतृप्त वसा) और मोनो सेचुरेटेड फैटी एसिड दोनों ही मौजूद होते हैं। घी में मौजूद ये स्टेबल सेचुरेटेड बॉन्ड भोजन बनाते समय फ्री रेडिकल्स के निर्माण में कमी लाते हैं। इस से यह माना जा सकता है कि घी सेहत के लिए फायदेमंद होता है जो हमारे मेटाबोलिस्म को भी बढ़ाता है।
हममें से बहुत से लोग घी में मौजूद सेचुरेटेड फैट की वजह से घी (Ghee) का इस्तेमाल नहीं करते। ऐसे लोग सोचते हैं कि सेचुरेटेड फैट का संबंध कोलेस्ट्रॉल से है जो हमारे कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाने का काम करता है और दिल के रोगों का कारण बनता है पर ऐसे लोगों को यह भी मालूम होना चाहिए कि अल्प मात्रा में सेचुरेटेड फैट भी शरीर के विभिन्न क्रियाकलापों के लिए ज़रूरी होता है जैसे मस्तिष्क के विकास, हड्डियों की सुरक्षा, नसों के सही संचालन और इम्यूनिटी को बेहतर करने के लिए यह आवश्यक होता है।
घी खाने के फायदे हिन्दी में Health benefits of ghee
- घी (Ghee) पचाने में आसान होता है साथ ही इसका सेवन के तुरंत बाद ही घी एनर्जी के रूप में परिवर्तित हो जाता है।
- इसमें मौजूद सूक्ष्म जीवी गुणों की वजह से यह इम्यूनिटी को मजबूत करने में सहायक होता है।
- इसमें कई तरह के विटामिन्स जैसे विटामिन ए, के, ई और विटामिन डी की उपस्थिति भी होती है। ये घुलनशील वसा कि तरह होते हैं जिनका अन्य सूक्ष्म कणों की तरह पचना आवश्यक होता है। घी (Ghee) कई तरह के आहारीय वसा से समृद्ध होता है। इसके अलावा इसमें उच्च मात्रा में सेचुरेटेड फैट पाया जाता है जो हमारे शरीर द्वारा अवशोषित किया जाता है ताकि बाकी विटामिन्स का शरीर में इस्तेमाल किया जा सके। घी (Ghee) में विटामिन ए पाया जाता है जो किसी अन्य तरह से एडिबल ऑइल में मौजूद नहीं होता। यह हमारे शरीर के उत्तकों के बीच लचीलापन और ल्यूब्रिकेंट अथवा स्नेहक का कार्य करता है।
Ghee ke faayde
- घी (Ghee) एंटीवाइरल और एंटी कैंसर जैसे गुणों से भरपूर है इसीलिए इसका सेवन बेहतरीन माना जाता है।
- एडिबल ऑइल के रूप में घी एक अलग तरह की वसा है जो उच्च तापमान में भी जलती नहीं। खाना पकाने के दौरान अधिक ताप में भी ये जलता नहीं है जैसा कि अन्य तेलों के साथ होता है।
- घी कम नमक वाले आहारीय पदार्थों के अंतर्गत आता है अतः यह शरीर में नमक की मात्रा म=को बढ़ाने का काम नहीं करता।
- घी में ट्रांसफैट या हाइड्रोजेनेट फैट नहीं होते जो कि सेहत के लिए खतरनाक होते हैं।
- शारीरिक और मानसिक विकास के लिए नियमित रूप से घी का सेवन बेहतरीन माना जाता है। इतना ही नहीं वरन मांसपेशियों के विकास, बेहतर नज़र और अच्छी सेहत के लिए घी उपयोगी है जो शरीर के टॉक्सिन तत्वों को बाहर निकाल देता है।
- कम फैट की वजह से यह पचने में भी आसान होता है।
- आयुर्वेद में घी (Ghee) को वात और पित्त को संतुलित करने वाला माना जाता है।
- घी (Ghee) में एचडीएल (HDL) मौजूद होता है जो एक अच्छा कोलेस्ट्रॉल (Good) cholesterol) है।
- ऐसे लोग जो दूध या दूध से बनी चीजों को पचा नहीं पाते उनके लिए घी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
- ऐसे लोग जिन्हें कोलेस्ट्रॉल की शिकायत है उनके लिए भी घी सेवन के योग्य है वे इसे बटर की जगह इस्तेमाल कर सकते हैं। घी बटर की अपेक्षा कम वसायुक्त होता है।
- शुद्ध घी (Ghee) लंबे समय तक बिना खराब हुये रहता है इसे फ्रिज में रखने की आवश्यकता भी नहीं पड़ती।