आइये जानते हैं रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे मजबूत करें – How to increase Immunity Power
इन दिनों पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खतरे से जूझ रही है. चीन, इटली, ईरान जैसे देश इस खतरनाक वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. इम्यूनिटी हमारे शरीर की टॉक्सिन्स से लड़ने की क्षमता होती है. ये टॉक्सिन्स बक्टीरिया, वायरस, फंगस, पैरासाइट या कोई दूसरे नुकसानदायक पदार्थ हो सकते हैं.
यह रोग प्रतिरोधक क्षमता आहार, व्यायाम, उम्र, मानसिक तनाव जैसे अन्य कारणों पर निर्भर करती है. जरूरी है कि रोज थोड़ा-थोड़ा व्यायाम करें, वजन संतुलित रखें, ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखें, पूरी नींद लें.

Immunity Meaning in Hindi – इम्युनिटी क्या है ? और इसे कैसे बढ़ाया जाता है ?
हमारे शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति कहाँ से मिलती है? तो इसका जबाव है – इम्युनिटी (Immunity Meaning in Hindi), जिसे प्रतिरक्षा भी कहा जाता हैै. यह इम्युनिटी ही होती है.
जो हर तरह के संक्रमण से लड़ती है, फेफड़ों में होने वाली धूल को साफ करती है और कैंसर की कोशिकाओं को मारती है. आइये जानते हैं इम्युनिटी क्या और कितने तरह की होती है.
इम्युनिटी Immunity Meaning in Hindi
इम्युनिटी को हिंदी में रोग प्रतिरोधक क्षमता या प्रतिरक्षा कहा जाता है. प्रतिरक्षा के बारे में सबसे पहले रूसी वैज्ञानिक द्वितीय मेनिकिकोव और फ्रांसीसी सूक्ष्म जीव विज्ञानी लुई पाश्चर ने बताया था. शुरुआत में प्रतिरक्षा को केवल इन्फेक्शन या संक्रामक बीमारियों के लिए जीव की प्रतिरक्षा के रूप में माना जाता था.
पर बाद में पता चला की यह हमारे शरीर को सभी तरह की बिमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है. और साथ ही यह बीमारियों से लड़ने के लिए शरीर की सेल्स को भी बदल देती है.
इम्युनिटी के प्रकार
प्रतिरक्षा दो प्रकार की होती है- इनेट और एडेटिव इम्युनिटी
- इनेट इम्युनिटी: यह व्यक्ति को रोगों के प्रति सुरक्षा देती है परन्तु यह दीर्घकालिक नहीं होती.
- एडेटिव इम्युनिटी: यह व्यक्ति को रोगों के प्रति सुरक्षा देती है साथ ही यह विशिष्ट रोगजनकों के खिलाफ दीर्घकालिक सुरक्षा भी देती है.

इस तरह बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता
वैसे तो मार्केट में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने ( Boost Immune Response ) के लिए कई तरह की दवाइयां मिल जाती हैं, लेकिन इन दवाओं के कई साइड इफेक्ट भी हैं।
तो आइये जानते हैं कि, हम बिना दवाइयों के घर में रहकर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ा सकते हैं।
पूरी नींद लें – काम की भाग दौड़ में अकसर लोग बेहद कम नींद ले रहे हैं। इससे तनाव तो बढ़ता ही है, साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी तेजी से कमजोर ( How To Boost Immune System ) होती है. एक स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना कम से कम 6 गंटे की नींद लेनी चाहिए। इसलिए पर्याप्त नींद लें.
ग्रीन टी – अतिसक्रिय प्रतिरक्षा प्रणाली को शांत रखने में सक्षम.
ब्रोकली – इसमें विटामिन सी होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. यह फ्लू वायरस से दूर रखती है.
पालक – यह विटामिन सी, बीटा कैरोटीन और एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होती.
जौ – इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। दिल के लिए फायदेमंद.
ओलिव ऑयल (जैतून का तेल) – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले कंपाउंड जैसे ओलिक एसिड,ओलियोकैंथल से भरपूर होता है.
जल – यह प्राकृतिक औषधि है. प्रचुर मात्रा में शुद्ध जल के सेवन से शरीर में जमा कई तरह के विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. पानी या तो सामान्य तापमान पर हो या फिर थोड़ा कुनकुना. फ्रिज के पानी के सेवन से बचें.
अंगूर का जूस – इसमें बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं.
खुबानी – इसमें ल्यूटिन होता है. यह ऐसा रसायन है जो अल्जाइमर से बचाता है.
अनार – इसमें गट बैक्टीरिया के विकास में मदद करने वाले तत्व होते हैं. प्रतिरक्षा प्रणाली को अनुकूलित करने में मदद करता है.
हंसना जरूरी है – हंसने से रक्त संचार सुचारु होता है व हमारा शरीर अधिक मात्रा में ऑक्सीजन ग्रहण करता है. तनावमुक्त होकर हँसने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने में मदद मिलती है.
आहार में एंटीऑक्सिडेंट की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए. एंटीऑक्सिडेंट बीमार कोशिकाओं को दुरुस्त करते हैं और सेहत बरकरार रखते हुए उम्र के असर को कम करते हैं.
बीटा केरोटिन, सेलेनियम, विटामिन-ए, विटामिन-बी2 व बी6, विटामिन-सी, विटामिन-ई, विटामिन-डी तर्था ंजक रोगप्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी हैं.
इन तत्त्वों की भरपाई के लिए गाजर, पालक, चुकंदर, टमाटर, फूलगोभी, खुबानी, जौ, भूरे चावल, शकरकंद, संतरा, पपीता, बादाम, दूध, दही, मशरूम, लौकी के बीज, तिल आदि उपयोगी हैं. हरी सब्जियों-फलों को विशेष रूप से भोजन में शामिल करें.