Tulsi – तुलसी से होने वाले शरीर में अदभुत स्वास्थ्य लाभ और फायदे

admin
5 Min Read

Tulsi – तुलसी से होने वाले शरीर में अदभुत स्वास्थ्य लाभ और फायदे

तुलसी (Tulsi) के गुणों से कौन वाकिफ़ नहीं है? पवित्र तुलसी के पौधे को हर्ब्स (Herbs) या जड़ीबूटियों की मलिका भी कहा जाता है.

इसके बहुमूल्य गुणों की वजह से इस पौधे की घर घर में पूजा की जाती है ताकि घर में सुख समृद्धि का वास रहे तथा रोग बिमारियाँ आदि दूर रहे.

औषधिय गुणों की वजह से इस तुलसी को घर में लगाया जाता है. तुलसी के जादुई गुणों का औषधि के रूप में प्रयोग लगभग पांच हज़ार पहले से किया जा रहा है जिसमें मन, शरीर और आत्मा के उपचार का गुण पाया जाता है.

Tulsi

धार्मिक दृष्टि से ही नहीं अपितु सेहत के लिए भी तुलसी के लाभ (Tulsi ke labh in Hindi) अनेक हैं. तुलसी के प्रयोग से स्वास्थ्य सम्बन्धी कई तरह की समस्याएँ सुलझ जाती हैं.

आयुर्वेद में तुलसी की पत्तियों (Basil leaves) को चबाने के कई लाभ बताये गए हैं.

स्वास्थ्य से संबंधित मोबाइल एप के लिए डाउनलोड करे Click Here

खांसी और सांस के रोगों में सुधार के लिए तुलसी (benefits of Tulsi in Hindi)

अगर किसी को सर्दी जुकाम और खांसी हो गई हो तो घरेलु नुस्खे के रूप में सबसे पहले तुलसी का प्रयोग किया जाता है.

तुलसी के औषधिय गुणों को प्राप्त करने के लिए तुलसी की चाय या इसकी ताज़ा पत्तियों का भी सेवन लाभदायक होता है.

शहद के साथ तुलसी का उपयोग (tulsi ke upyog in hindi) वायरल फीवर, सामान्य बुखार आदि में फायदेमंद होता है क्योंकि यह जीवाणुरोधी गुणों के साथ शरीर कीई रोगों से रक्षा करता है.

तुलसी की ताज़ा पत्तियों को लौंग और नमक के साथ काढ़ा बनाकर पीने से नज़ला, जुकाम आदि में राहत मिलती है. यह प्रयोग ब्रोंकाईटिस, अस्थमा और सर्दी से भी छुटकारा दिलाता है.

पथरी के इलाज में तुलसी का प्रयोग  (Tulsi – Kidney stones)

तुलसी के पत्ते पथरी (Kidney stone) जैसे भयावह रोग में बहुत प्रभावी तरीके से अपना काम करते हैं.

तुलसी के पत्तों का रस शुद्ध शहद के साथ मिलाकर पीने से पथरी मूत्रमार्ग से बाहर निकल जाता है. किडनी स्टोन में यह एक प्रभावी इलाज है इसके साथ ही तुलसी में डीटॉक्सीकारण के ख़ास गुण पाए जाते हैं जो शरीर के भीतर की गंदगी को बाहर निकालने में मददगार होता है.

अगर आपको यूरिक एसिड () से संबंधित समस्या है तो भी तुलसी इसमें कारगर इलाज है, तुलसी के पत्तों का नियमित सेवन करने से यूरिक एसिड का लेवल कम होता है.

Tulsi

दिल के रोगों से बचाव के लिए तुलसी (Health benefits of Basil leaves, Tulsi in Heart disease)

ह्रदय को मजबूत रखने और उसे सेहतमंद बनाये रखने में भी तुलसी (Tulsi) का प्रचुर योगदान है. ह्रदय से जुडी किसी सामान्य समस्या को तुलसी दूर कर सकता है.

तुलसी ह्रदय की कार्यप्रणाली को सुचारू रखने वाली एक प्रभावकारी औषधि है. विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा तुलसी को एक करिश्माई पौधा (Basil plant) बनाती है.

गला खराब होने पर लें तुलसी (Tulsi, A remedy for sore throat)

गला खराब होने पर बहुत बेचैनी महसूस होती है. अगर आपका गला खराब हो तो तुलसी (Tulsi) के पत्ते लें और उसे पानी में उबालकर गर्म अवस्था में पी लें या इससे आप गरारा भी कर सकते हैं. गले की खिचखिच में तुलसी के घरेलु इलाज बहुत कारगर होते हैं.

बहुत से गायक गला खराब होने पर इस उपचार से लाभ प्राप्त करते हैं. तुलसी के फायदे (Tulsi ke fayde) इसके अलावा भी अनेक हैं.

Tulsi

दांतों के रोग में तुलसी (Tulsi ke labh in Teeth disorders)

तुलसी (Tulsi) और तुलसी का अर्क दांत से जुड़े रोगों में बहुत लाभदायक होता है. तुलसी के पत्तों को सुखाकर उससे ब्रश करने से दांत से जुड़ी बिमारीयों को रोका जा सकता है.

इसके प्रभावकारी परिणाम देखने के लिए आप कई टूथपेस्ट में एक खास घटक रूप में तुलसी का प्रयोग देख सकते हैं, कई टूथपेस्ट निर्माता कम्पनियाँ पेस्ट में तुलसी से अर्क का इस्तेमाल करती हैं.

इससे कोरोना से बचाव होता है

Basil contains two important water-soluble flavoring antioxidants, known as orientin and viceninare. These potent antioxidants strengthen immune system, protect cellular structure, DNA and delay effects of skin ageing

Share This Article
Leave a comment